Monday, May 20th, 2024

त्वचा का रूखापन दूर करने में सहायक चिचिंडा का लेप


चिचिंडा यानी स्नेक गॉर्ड आपकी त्वचा को सुंदर और सुकोमल बनाने में बहुत अधिक प्रभावी है। आप इसके लेप के माध्यम से अपने शरीर और सिर की त्वचा का रूखापन और खुश्की दूर कर सकते हैं। यहां जानें, आपकी त्वचा को सुंदर बनाने के लिए कैसे काम करता है चिचिंडा का लेप...


यदि आपकी त्वचा पर बहुत अधिक रूखापन हो रहा है तो आप इसे चिचिंडा की सहायता से दूर कर सकते हैं। आप चिचिंडा का एक बड़ा टुकड़ा लेकर इसे पीसकर लेप तैयार कर लें। इस लेप में दो चम्मच शहद मिला लें।

अब इस लेप को पूरे शरीर पर लगा लें। या शरीर के सिर्फ उस हिस्से में लगा लें, जहां रूखापन बहुत अधिक हो। जैसा कि आमतौर पर सर्दी के मौसम में होता है। यह लेप एक बार लगाने पर ही आपको त्वचा के रूखेपन को दूर करने में सहायता मिलेगी। आप इसे लगाने का अंतर खुद देख पाएंगे।


रिसर्च के अनुसार, चिचिंडा में मिनरल्स और विटमिन-ई प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। आमतौर पर त्वचा में रूखापन बढ़ने की वजह इन दोनों तत्वों की कमी को ही माना जाता है। इनकी कमी के कारण त्वचा में नमी ब्लॉक नहीं रह पाती और रूखापन बढ़ता है। जबकि चिचिंडा का लेप लगान से त्वचा को इन दोनों ही पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है और वह नर्म बनती है।

यदि नींद पूरी ना हो पाने के कारण या अधिक देर तक सोने के कारण आपके चेहरे पर सूजन की समस्या हो रही है तो आप चिचिंडा पीसकर इसका लेप अपने चेहरे पर लगा लें। इस लेप को कम से कम 20 मिनट के लिए लगाए रखें और फिर ताजे पानी से मुंह धोकर साफ कर लें। आपको चेहरे की सूजन दूर करने में सहायता मिलेगी।

ऐसा नहीं है कि चिचिंडा का लेप सिर्फ आप अपने शरीर की त्वचा पर ही लगा सकते हैं। बल्कि यह आपके सिर की त्वचा को स्वस्थ बनाने में भी बहुत लाभकारी है। चिचिंडा का लेप बालों की जड़ों में लगाने से सिर की त्वचा की खुश्की दूर होती है और आपको खुजली से राहत मिलती है। ऐसा इसमें मौजूद विटमिन और मिनरल्स के कारण होता है।


चिचिंडा में विटमिन-ई के अतिरिक्त, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं। इसलिए आप चिचिंडा का भोजन में उपयोग करने के साथ ही जब उसे अपनी त्वचा पर लेप को रूप में उपयोग करते हैं तो वह आपकी त्वचा को सभी तरह की समस्याओं से दूर रखने में सहायता करता है।

चिचिंडा सिर्फ त्वचा के लिए ही लाभकारी नहीं है। बल्कि इसके पत्तों का उपयोग हर्बल ऐंटि-डैंड्रफ शैंपू बनाने में किया जाता है। आप चाहें तो सिर की त्वचा को स्वस्थ बनाकर बालों को मजबूत बनाने के लिए चिचिंडा के पत्तों का लेप भी उपयोग कर सकते हैं।

Source : Agency

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